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हिंदुस्तान जिंक को पानी सप्लाई पर प्रशासन का एक्शन, कनेक्शन काटे, मोटर पम्प सेट जब्त, बिलानाम जमीन पर भी दे दिए बिजली कनेक्शन

बस्सी/चित्तौड़गढ़। हिंदुस्तान जिंक को अवैध रूप से पानी का जलदोहन कर सप्लाई करने के मामले में मंगलवार शाम को बस्सी तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत सेमलपुरा, मानपुरा, नगरी क्षेत्र के विभिन्न गांव में बेड़च नदी के किनारे-किनारे पर प्रशासन ने सर्च ऑपरेशन चलाया। सर्च ऑपरेशन के दौरान सामने आया कि कुछ किसानों ने अपने खेतों पर नलकूप लगाकर हिंदुस्तान जिंक में अवैध रूप से पानी की सप्लाई की जा रही है। जिला कलेक्टर के आदेश पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई कर नलकूप, विद्युत ट्रांसफार्मर जप्त किए। कार्यवाई के दौरान सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया।
मानपुरा ग्राम पंचायत में लिर्डी, दमदमा, जाई, घोररडीया, नगरी मूंगा का खेड़ा, बिलिया आदि गांव के कुछ किसानों ने अपने खेत की जमीन पर नलकूप खुदवा कर रात दिन ठेकेदार की पाईप लाइन में विद्युत मोटर के पाइप जोड़कर अवैध जल दोहन का कार्य करवाया जा रहा था। किसानों से सस्ते दामों में पानी खरीद कर ठेकेदार अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। ग्रामीणों द्वारा जिला कलेक्टर को शिकायत करने पर जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश करने के आदेश जारी करने के बाद प्रशासनिक अमला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा तथा कार्रवाई प्रारंभ की। कार्रवाई के दौरान
चित्तौड़गढ़ तहसीलदार महिपाल सिंह कलाल, बस्सी तहसीलदार गजराज मीणा, जलदाय विभाग के सी.वी. सिंह, एक्शन अशोक मीणा, ग्रामीण कनिष्ठ अभियंता अंकित कुमार, संजीव कुमार, विद्युत विभाग के सहायक अभियंता दिनेश गवारिया, गिरदावल राष्ट्रचिंतक, पटवारी मिट्ठू लाल धाकड़,ए.एस.आई. मदनलाल सहित भारी संख्या में पुलिस जाप्ता के साथ कार्रवाई की गई।
बस्सी तहसीलदार की उपस्थिति में अवैध जल दोहन के लिए लगे नलकूपों पर मंगलवार को शिरड़ी निवासी राजू लाल,  सुरेश रेगर के खेत पर विद्युत कनेक्शन काटकर एक ट्रांसफार्मर जप्त किया गया। नलकूप से एक मोटर निकलवा कर जप्त की। छह विद्युत कनेक्शन काटे गए। अधिकारियों ने बताया कि अब प्रतिदिन यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।

●हिंदुस्तान जिंक में अवैध रूप से पानी पहुंचाने के लिए 2 सौ से अधिक नलकूप
मानपुर से नगरी के बीच बेड नदी के किनारे दौ सौ से अधिक नलकूपों से अवैध जल दोहन हो रहा है तथा यह करीब 5-6 साल से नलकूपों के माध्यम से ठेकेदार अपनी पाईप लाइन में जोड़कर पानी ले जा रहा थे। संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी होते हुए भी यह कार्रवाई क्यों नहीं की गई जबकि ग्रामीणों ने दो-तीन बार इस मामले को लेकर प्रशासन को ज्ञापन भी दिया था।

●15 फीट के अंतराल में दो से चार नल कूप संचालित हो रहे
मौके पर देखा गया कि छोटे-छोटे किसान जिनके एक बीघा से दो बीघा की कृषि भूमि है। उन्होंने अपने खेत पर दो से चार नलकूप खुदवा रखे हैं तथा 10-10 एसचपी की मोटर है उसमें लगा रखी है। इनको बिजली सप्लाई से चलाने के लिए कनेक्शन और ट्रांसफार्मर लगा दिए। वोल्टेज कम पड़ने पर 8 से 10 सेल जोड़कर विद्युत पावर बढ़ा दिया जाता है। किसान खेती करने के बजाय यह धंधा अपना रखा है। एक नलकूप से किसी ने अपना नाम नहीं छापने की आवाज में बताया कि 50 से 60 हजार रुपए प्रति महीना आमदनी हो रही है।

●बिला नाम जमीन में विद्युत विभाग ने दे दिए कृषि कनेक्शन
 
लेडी ग्राम निवासी राजू लाल व सुरेश रेगर के खेत के पास विला नाम भूमि पर भी विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कृषि कनेक्शन दे दिया। दोनों नलकूप बिला नाम जमीन में खुदा हुआ है। विद्युत कनेक्शन लेने से पहले कनिष्ठ अभियंता पटवारी रिपोर्ट नकल आदि की जांच के बाद ही कनेक्शन दिया जाता है।

●कार्रवाई में किसानों के विरोध के बाद बुलाया पुलिस जाप्ता
अवैध जल दुकान के लिए लग गए नलकूपों पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई करने में तथा उनका जप करने के लिए कार्य प्रारंभ किया किसानों ने अपने नलकूपों से मोटे निकालने का विरोध किया। उसके बाद तहसीलदार ने अतिरिक्त पुलिस जाता बुलवाकर कार्रवाई की।

इनका कहना हें कि- 
जिला कलेक्टर से अवैध जल दोहन की शिकायत के निर्देश मिलने पर हमने इन क्षेत्रों में जांच कार्यवाही की है। यह कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी मिलान नाम में नलकूप तथा विद्युत कनेक्शन कैसे दे दिया यह जांच की जाएगी।
-गजराज मीणा तहसीलदार बस्सी

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