चित्तौड़गढ़। जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण के शिष्य रणजीत मुनि ठाणा 3 के सहयोगी अनिकेत मुनि का बुधवार को निम्बाहेड़ा के समीप विहार के दौरान ह्दयघात के चलते देवलोकगमन हो गया था। आज उनकी चकडोल यात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रावकों और धर्मावलम्बियों ने भाग लिया। अनिकेत मुनि का बुधवार को निम्बाहेड़ा के समीप अरिहन्त ट्रांसपोर्ट पर ह्दय गति रूकने से देवलोक होने के बाद आज उनकी अंतिम यात्रा अरिहन्त ट्रांसपोर्ट से प्रारंभ होकर पीयूष शारदा के पेट्रोल पंप समीप स्थित स्थान तक निकाली गई जहां बड़ी संख्या में समाजजन और चैन्नई स्थित परिवाजन भी मौजूद रहे। बैंड बाजों के साथ निकाली गई यात्रा में जैन धर्म की जय-जयकार का उद्घोष किया गया।
इस मौके पर गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। जिसमें अशोक नवलखा, शांतिलाल मारू, आनन्द सालेचा, सुरेश सहलोत, डॉ जेएम जैन, सुशील काला, अरविन्द ढीलवाल, अजीत ढ़ीलीवाल, प्रतिभा सहलोत, बसन्ती लाल चंडालिया, सुनिल बीकानेरिया, सुरेश हिरण, शौकिन बाफना, पंकज बाबेल, नरेन्द्र सिंघवी, राज सिंघवी, अशोक चौधरी, धीरेन्द्र मेहता, महेन्द्र चौधरी, कपिल चौधरी सहित नीमच, जावद, बेगूं, चित्तौडग़ढ़, उदयपुर, मुम्बई, बैंगलौर, चेन्नई, धूलिया सहित आस-पास के क्षेत्रों के बड़ी संख्या में धर्मावलंबी और महिलाएं मौजूद रही। गुणानुवाद सभा के दौरान निम्बाहेड़ा तेरापंथ संघ के अध्यक्ष बाबुलाल सिंघवी ने आभार व्यक्त किया।
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