चित्तौड़गढ़। सर्दी को देखते पद्मावती सेवा संस्थान के वस्त्र वितरण का कार्यक्रम आज से वनवासी क्षेत्रों में प्रारंभ हो गया है। यह जानकारी देते हुए संस्थान के योगेश अग्रवालने बताया कि पद्मावती सेवा संस्थान विगत 10 वर्षों से स वस्त्र वितरण के कार्यक्रम समाज एवं कार्यकर्ताओ के माध्यम से कर रहा है। इसी क्रम में इस वर्ष का वस्त्र वितरण कार्यक्रम चित्तौड़ क्षेत्र के प्रमुख संत दिग्विजय राम रामस्नेही, संस्थान संरक्षक धर्मपाल गोयल, संस्थान अध्यक्ष प्रह्लाद प्रजापत के सानिध्य में प्रारंभ किया गया। संत दिग्विजय राम क्षेत्र के प्रसिद्ध कथावाचक एवं रामस्नेही संप्रदाय के संत है तथा देश भर में भागवत कथा नानी बाई का मायरा इत्यादि करते हैं। 3 दिसंबर को उनका जन्म दिवस पर सेवा दिवस के रूप में मनाया गया जिसमें पूज्य संत द्वारा 201 ऊनी शोले जरूरतमंद वनवासी बंधुओं तथा स्कूली बच्चों को ओढ़ा कर सेवा के रूप में मनाया। इस अवसर पर बोलते हुए संत दिग्विजय राम राम स्नेही ने कहा इस भौतिक युग में जहां आदमी को खुद के अलावा दूसरे की नहीं सोचते वही पद्मावती सेवा संस्थान के कार्यकर्ता विपरीत परिस्थितियों में भी समाज के बंधुओं की पीड़ा समझ कर उनके बीच में जाकर काम करते हैं। आज समाज को जितनी आध्यात्मिक उन्नति की आवश्यकता है, उतनी ही आवश्यकता इस प्रकार समाज के प्रति संवेदनशील होने की है जो कि पद्मावती सेवा संस्थान के कार्यकर्ता हैं। वही संस्थान संरक्षक धर्मपाल गोयल ने कहा कि हम सब के लिए गौरव का विषय है कि इस पुनीत कार्य के माध्यम से हम इस क्षेत्र में आध्यात्मिक वाणी का प्रतीक बन चुके संत का जन्म दिवस सेवा दिवस के रूप में वनवासी बंधुओं के साथ मना रहे हैं। उन्होंने समाज से आह्वान किया कि इस पुनीत कार्य में अधिक से अधिक सहयोग कर उन बंधुओं तक वस्त्र परवेश इत्यादि पहुंचाएं जो खरीद नहीं सकते ज्ञात हो कि पद्मावती सेवा संस्थान वृक्षारोपण, काढ़ा वितरण चिकित्सा शिविर रक्तदान शिविर साहित्य वितरण,वन्यजीव संरक्षण गौसेवा जैसे सेवा कार्य समाज मे समाज के सहयोग से समाज में समाज की आवश्यक्ता अनुसार करता है। इस अवसर पर ग्रामीणों ने तथा संस्थान के कार्यकर्ताओं ने पूज्य संत को ऊपरना तथा शॉल ओढ़ाकर उनका जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर पद्मावती सेवा संस्थान के प्रहलाद प्रजापत, धर्मपाल गोयल, लक्ष्मण शर्मा, भारत सिंह, मंगल सिंह, सोनू सुवालका, जगदीश चंद्र वैष्णव, योगेश अग्रवाल, चेतन टॉक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।
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